सोमवार, 8 अगस्त 2011

कनहर परियोजना की बदहाली का जिम्मेदार कौन ?


जिला सोनभद्र दुद्धी तहसील के उत्तर प्रदेश मसौदा प्रवण क्षेत्र है और इस क्षेत्र में निवासियों ज्यादातर जनजातियों अनुसूची हैं. इस क्षेत्र में एक 39.90 मीटर ऊंचे और 3.24 किलोमीटर लंबे बांध दुकान 0.15 MAF पानी नदी कनहर पर निर्माण किया जा रहा है सक्षम की सुविधा के लिए. यह 27,898 हेक्टेयर में सिंचाई प्रस्तावित है. रबी एवं खरीफ 26075Ha से बाहर में. 121.10 किलोमीटर की मदद के साथ सीसीए. मुख्य नहर और 150 किमी. लंबे distributaries और नाबालिगों. यह 122500 मीट्रिक टन का उत्पादन किया जाना प्रस्तावित है. जो अतिरिक्त अनाज के 108 गांवों के 15845 परिवारों के सत्तासी हज़ार की आबादी को लाभ होगा.

प्रारंभ में रुपये की एक परियोजना का अनुमान है. 27.75 करोड़ रुपए 1976 में फंसाया गया था और केन्द्रीय जल आयोग और उत्तर प्रदेश को भेजा गया था सरकार. वित्तीय मंजूरी उत्तर प्रदेश द्वारा दी गई सरकार ने अपने पत्र नहीं ख़बरदार. 258/79/23-C-4/1991AV/79 रुपये के लिए 29-04-1979 को. 27.75 करोड़ रुपए. हालांकि इस परियोजना के काम के निर्माण में वर्ष 1977 जो कुछ कारण कारण वर्ष 1985-86 में बंद कर दिया गया था शुरू कर दिया. इस परियोजना पर निर्माण कार्य वर्ष 2001-02 में जो फिर से परियोजना के गैर निकासी के कारण जून, 2003 के बाद से केन्द्रीय जल आयोग द्वारा बंद कर दिया था धन के आवंटन के बाद पुनरारंभ किया गया था.

रुपये के लिए एक विस्तृत परियोजना का अनुमान है. निदेशक, सिंचाई योजना के लिए 548.07 कोर भेज दिया गया है, केन्द्रीय जल आयोग, सेवा भवन, आर.के. पुरम, नई दिल्ली. यह शीघ्र ही कार्यसमिति द्वारा स्वीकृत होने की संभावना है. यह कार्यसमिति द्वारा इसकी मंजूरी के बाद पांच साल के भीतर परियोजना को पूरा करने का प्रस्ताव है. रुपये की राशि. 43.7902 करोड़ रुपए खर्च इस अवधि तक निष्पादित कार्यों के लिए किया गया है 03/2007 तक. रुपए का प्रावधान. इस साल जिनमें से रुपये की मंजूरी 2007-08 के लिए 5.00 करोड़ रुपए किया गया है. भूमि का decrital मूल्य के लिए 1.78 करोड़ दिया गया है.
- मुख्य अभियंता
Bansagar नहर परियोजना
इलाहाबाद 

दिग्विजय सिंह
  महासचिव  आखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी

" योजना को पुनरीक्षण किया जाये "




  






" कांग्रेस जनता से माफ़ी मांगे, जिस योजना का नाम लेकर वे ३० वर्षो तक  चुनाव लड़ते रहे, अब वे उसी का विरोध कर रहे है, मैं यह योजना पूर्ण कराकर ही दम लूँगा, चाहे मुझे कोई भी कीमत चुकानी पड़े."
  

 
सीएम प्रसाद
विधायक-दुद्धी, सोनभद्र


विजय सिंह गौड़
पूर्व विधायक-दुद्धी, सोनभद्र


"बूंद-बूंद तरसते दुद्धी के लिए कनहर परियोजना एक वरदान है यदि इसका निर्माण नहीं होता है तो यह एरिया मरुस्थल में बदल कर रह जायेगा" 






देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने सोनभद्र भ्रमण के दौरान कहा था की यह स्थान भारत का स्विट्जर्लैंड बनेगा, उन्होंने जिले में कई परियोजनाओ का शिलान्यास भी किया, अब कांग्रेस नेताओ को ही उसमे कमी नज़र आने लगी है

वर्तमान मुख्यमंत्री माननीय सुश्री मायावती जी  के द्वारा शिलापट्ट

तब  तत्कालीन मुख्यमंत्री माननीय नारायण दत्त तिवारी के द्वारा शिलापट्ट
आखिर किसके हाथो और कब
होगा कनहर का उद्धार ?

नोट:- कुछ टिप्पणियों एवं चित्रों के अंश KAIMOOR TIMES के मई २०११ के अंक से संकलित की गई है

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